करोड़ों में से कुछ ही लोगों के पास होता है ऐसा तिल, माने जाते हैं किस्मत के धनी
जानिए तिल से
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किसी भी व्यक्ति चाहे वह स्त्री हो या पुरुष
के शरीर पर कई तरह के निशान हो सकते हैं, इनमें से जहां कुछ पैदाइशी होते हैं तो वहीं कुछ समय के साथ आकार या गहरे व
हल्के रंग के होते जाते हैं। इन्हीं में से एक निशान होता है तिल,वैसे तो लगभग हर किसी के शरीर पर तिल होते है, लेकिन समुद्र शास्त्र के मुताबिक शरीर के किस
हिस्से पर तिल है,
वह महत्वपूर्ण होता है। वैसे तो हर इंसान के
शरीर में कहीं न कहीं पर तिल होता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोग ऐसे होते
है जिनके एक खास अंग पर तिल होता है। इस तिल के कारण ही वो इंसान भाग्यवान होता
है।
तिल हमारे शरीर पर जन्मजात भी हो सकता है। किसी के गालों पर होने के कारण यह
चेहरे की खूबसूरती भी बढ़ाते हैं। लेकिन, क्या आपने सोचा है कि यही तिल कुछ खास लोगों में कुछ खास जगह पर होता है। तिल
आपका भाग्य और चरित्र भी बताता है। शरीर के अंगों पर तिल का ज्योतिषीय आधार पर कोई
न कोई महत्व जरूर होता है।
आइए जानते हैं शरीर के तिलों के बारे में बहुत सी दिलचस्प बातें....
ललाट पर तिल : ललाट के मध्य भाग में तिल निर्मल प्रेम की
निशानी है। ललाट के दाहिने तरफ का तिल किसी विषय विशेष में निपुणता, किंतु बायीं तरफ का तिल फिजूलखर्ची का प्रतीक
होता है। ललाट या माथे के तिल के संबंध में एक मत यह भी है कि दायीं ओर का तिल धन
वृद्धिकारक और बायीं तरफ का तिल घोर निराशापूर्ण जीवन का प्रतीक होता है।
भौंहों पर तिल : यदि दोनों भौहों पर तिल हो तो जातक अकसर
यात्रा करता रहता है। दाहिनी पर तिल सुखमय और बायीं पर तिल दुखमय दांपत्य जीवन का
संकेत देता है।
आंख की पुतली पर तिल : दायीं पुतली पर
तिल हो तो व्यक्ति के विचार उच्च होते हैं। बायीं पुतली पर तिल वालों के विचार
कुत्सित होते हैं। पुतली पर तिल वाले लोग सामान्यत: भावुक होते हैं।
पलकों पर तिल : आंख की पलकों पर तिल हो तो जातक संवेदनशील
होता है। दायीं पलक पर तिल वाले बायीं वालों की अपेक्षा अधिक संवेदनशील होते हैं।
आंख पर तिल - दायीं आंख पर तिल स्त्री से मेल होने का एवं
बायीं आंख पर तिल स्त्री से अनबन होने का आभास देता है।
कान पर तिल - कान पर तिल व्यक्ति के अल्पायु होने का संकेत
देता है।
नाक पर तिल - नाक पर तिल हो तो व्यक्ति प्रतिभा संपन्न और
सुखी होता है। महिलाओं की नाक पर तिल उनके सौभाग्यशाली होने का प्रतीक है।
होंठ पर तिल -
होंठ पर तिल वाले व्यक्ति बहुत प्रेमी हृदय
होते हैं। यदि तिल होंठ के नीचे हो तो गरीबी छाई रहती है।
मुंह पर तिल - मुखमंडल के आसपास का तिल स्त्री तथा पुरुष
दोनों के सुखी संपन्न एवं सज्जन होने के प्रतीक होते हैं। मुंह पर तिल व्यक्ति को
भाग्य का धनी बनाता है। उसका जीवनसाथी सज्जन होता है।
गाल पर तिल - गाल पर लाल तिल शुभ फल देता है। बाएं गाल पर
कृष्ण वर्ण तिल व्यक्ति को निर्धन, किंतु दाएं गाल पर धनी बनाता है।
जबड़े पर तिल - जबड़े पर तिल हो तो स्वास्थ्य की अनुकूलता और
प्रतिकूलता निरंतर बनी रहती है।
ठोड़ी पर तिल - जिस स्त्री की ठोड़ी पर तिल होता है, उसमें मिलनसारिता की कमी होती है।
कंधों पर तिल - दाएं कंधे पर तिल का होना दृढ़ता तथा बाएं
कंधे पर तिल का होना तुनकमिजाजी का प्रतीक होता है।
दाहिनी भुजा पर तिल - ऐसे तिल वाला
जातक प्रतिष्ठित व बुद्धिमान होता है। लोग उसका आदर करते हैं।
बायीं भुजा पर तिल - बायीं भुजा पर
तिल हो तो व्यक्ति झगड़ालू होता है। उसका सर्वत्र निरादर होता है। उसकी बुद्धि
कुत्सित होती है।
कोहनी पर तिल - कोहनी पर तिल का पाया जाना विद्वता का प्रतीक
है।
हाथों पर तिल - जिसके हाथों पर तिल होते हैं वह चालाक होता
है। गुरु क्षेत्र में तिल हो तो सन्मार्गी होता है। दायीं हथेली पर तिल हो तो
बलवान और दायीं हथेली के पृष्ठ भाग में हो तो
धनवान होता है। बायीं हथेली पर तिल हो तो
जातक खर्चीला तथा बायीं हथेली के पृष्ठ भाग पर तिल हो तो कंजूस होता है।
अंगूठे पर तिल - अंगूठे पर तिल हो तो व्यक्ति कार्यकुशल, व्यवहार कुशल तथा न्यायप्रिय होता है।
तर्जनी पर तिल - जिसकी तर्जनी पर तिल हो, वह विद्यावान, गुणवान और धनवान किंतु शत्रुओं से पीडि़त होता है।
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